भारत-चीन के बीच हुई झड़प में एमपी के रीवा का जवान शहीद
जबलपुर. भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के बीच हुई झड़प में रीवा का एक जवान दीपक सिंह शहीद हो गया. वहीं जबलपुर की आयुध निर्माणी खमरिया में पदस्थ कर्मचारी का चचेरा भाई राजेश ओरांग भी शहीद हो गया. जवान के शहीद होने पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने ट्वीट कर श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि तूने सींचा है अपने लहू से वतन की मिट्टी को, वीरों की इस मिट्टी पर हम अभिमान करते है, ऐसे वतन के शेर तेरे जाने से चीत्कार रहा दिल तेरे लहू के हर कतरे, तेरी शहादत को सलाम करते है.
बताया जाता है कि ग्राम फरेदा थाना मनगवां जिला रीवा में रहने वाले दीपक सिंह पिछले दिन भारत-चीन सीमा पर सैनिकों के बीच हुई झड़प में शहीद हो गए, जिनके शहीद होने की सूचना पर पूरे गांव में मातम छा गया, 21 वर्ष के दीपक सिंह के शहीद होने की खबर से हर व्यक्ति स्तब्ध हो गया.
वीर सपूत दीपक सिंह का पार्थिव शरीर लेह में रखा गया है, जिसे गुरुवार को उनके गांव फरेदा लाया जाएगा, जहां पर उन्हे अंतिम विदाई दी जाएगी. जिसने भी दीपक सिंह के शहीद होने की खबर सुनी तो उसने नमन करते हुए श्रद्धाजंलि अर्पित की है. गौरतलब है कि दीपकसिंह की माह नवम्बर 2019 में शादी हुई थी, वे इस बार होली मनाने के लिए अपने घर ग्राम फरेदा आए थे, करीब 15 दिन पहले उन्होने अपनी पत्नी से फोन पर बात करते हुए कहा था कि वे घर वापस आएगें तो काश्मीरी शाल लेकर आएगें. इसके प्रभु की लीला ही कहा जाएगा कि शहीद दीपक अब तिरंगे में लिपटकर अपने गांव फरेदा जिला रीवा आएगें.
ओएफके के कर्मचारी का चचेरा भाई भी शहीद-
इसी तरह जबलपुर में आयुध निर्माणी खमरिया में पदस्थ कर्मचारी देवाशीष ओरांग का चचेरा भाई राजेश ओरांग जो बिहार रेजीमेंट में सिपाही के पद पर पदस्थ था, वह भी सैनिकों के बीच हुई झड़प में शहीद हो गया. पश्चिम बंगाला के वीर सपूत के शहीद होने की खबर से शोक की लहर दौड़ गई. ओएफके कर्मचारी देवाशीष मंगलवार को ही पश्चिम बंगाल स्थित अपने घर रवाना हो गए है.