राहुल ने सरकार से गरीब प्रवासियों की वित्तीय मदद करने का आग्रह किया
गरीबों, प्रवासियों, छोटे व्यवसायियों और मध्यम वर्ग की आवाज को केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए गुरुवार को कांग्रेस के ‘स्पीक अप इंडिया’ अभियान में बोलते हुए पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत को कर्ज की नहीं, पैसे की जरूरत है।’
राहुल ने कहा, “गरीब जनता को पैसे की जरूरत है। हर गरीब को छह महीने के लिए 7,500 रुपये दिए जाने चाहिए। मनरेगा को 200 दिनों के लिए चलाया जाए। एमएसएमई के लिए तुरंत एक वित्तीय पैकेज तैयार किया जाए और पैदल घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों को उचित परिवहन दिया जाए।”
राहुल ने कहा, “कोविड-19 के कारण, आज हिंदुस्तान में तूफान आया हुआ है, सबसे ज्यादा चोट गरीब जनता को लगी है। मजदूरों को हजारों किलोमीटर पैदल भूखा-प्यासा चलना पड़ा और करोड़ों लोगों को रोजगार देने वाले एमएसएमई एक के बाद एक कर बंद हो रहे हैं।”
कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को सुबह 11 बजे अभियान शुरू करने के लिए कहा और मांग की कि सभी प्रवासियों को सुरक्षित घर पहुंचने के लिए परिवहन उपलब्ध कराए जाएं। पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे मनरेगा के तहत रोजगार के दिनों को बढ़ाकर 200 करने, गरीबों को 10,000 रुपये की तत्काल वित्तीय मदद और छोटे उद्योगों के लिए वित्तीय पैकेज की मांग करें।
ऑनलाइन अभियान में फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब अकाउंट के माध्यम से संदेश देना शामिल हैं।