100 ट्रेनें बंद कर सकती है भारतीय रेलवे, जानें वजह
नई दिल्ली:भरतीय रेलवे ट्रेनों की टाइमिंग को लेकर बड़ा सुधार करने जा रहा है. इसके लिए रेलवे जीरो बेस्ड टाइम टेबल तैयार कर रहा है. जल्द ही यह लागू हो सकता है. हालांकि कोरोना के कारण उपजे हालात के बाद ही यह लागू होगा और जब तक कोरोना का खौफ बना रहेगा तब तक स्पेशल ट्रेनें ही चलाई जाएंगी. आमतौर पर रेलवे का नया टाइम टेबल जुलाई से अगले साल जून तक लागू होता है.
फिर मौसम और ट्रेनों की संख्या में हुए बदलाव के साथ नया टाइम टेबल लागू होता है. लेकिन कई बार हालात के मुताबिक टाइम टेबल लागू होने के पीरियड में भी बदलाव होता है. जैसे इस साल कोरोना की वजह से देखा जा सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेलवे टाइम टेबल को लेकर कई बदलाव किए जा रहे हैं जिससे आने वाले कई साल तक रेलवे में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा. पिछले कई दशकों से राजनीतिक मांग पर ट्रेनों के स्टॉपेज बढ़ाए गए हैं. लोगों और नेताओं के विरोध के डर से कई बिना मांग वाली ट्रेने भी चलाई जा रही हैं जिसकी आधी सीटें खाली ही रहती हैं.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने कहा है कि अंतिम श्रमिक ट्रेन 9 जुलाई को चली थी. राज्य सरकारों की ओर से की गई मांग पूरी हुई है.
100 ट्रेनें हो सकती हैं बंद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेलवे ऐसी कई ट्रेनों को बंद करने पर विचार कर रहा है जिनकी मांग नहीं है. यानी ट्रेनों की आधी से ज्यादा सीटें खाली ही रहती हैं. इसमें इस बात का ख्याल रखा जाएगा कि मुसाफिरों के लिए विकल्प के तौर पर दूसरी ट्रेन उपलब्ध हो. सूत्रों के मुताबिक देशभर में ऐसी 100 से ज्यादा ट्रेनें बंद हो सकती हैं. जिन पैसेंजर ट्रेनों में किसी हॉल्ट स्टेशन पर 50 सवारी चढ़ती-उतरती न हों, उन ट्रेनों का ऐसे हाल्ट पर स्टॉपेज खत्म किया जा सकता है. हालांकि मुसाफिरों के लिए दूसरे ट्रेनें उपलब्ध होनी चाहिए.