Bhadrapada Amavasya 2020: भाद्रपद अमावस्या आज, जानिए क्या करें और क्या ना करें
Bhadrapada Amavasya 2020: भाद्रपद (भादो) अमावस्या इस साल 18 अगस्त 2020 यानी आज है। भादो अमावस्या को पिठोरी अमावस्या के नाम से भी जानते हैं। इस दिन मां दुर्गा की उपासना की जाती है। मान्यता है कि भादो के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मां पार्वती ने पिठोरी अमावस्या का महत्व बताया था। सनातन धर्म में भादो अमावस्या का विशेष महत्व है। आज के दिन पितृ तर्पण और दान का भी विशेष महत्व होता है। शास्त्रों के अमुसार, पिठोरी या भादो अमावस्या को कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए भी उत्तम बताया गया है।
अमावस्या तिथि को क्या करें और क्या ना करें-
1. अमावस्या तिथि पर पितरों का तर्पण करने का विधान है। ज्योतिष शास्त्र में यह तिथि चंद्रमास को आखिरी तिथि होती है।
2. अमावस्या के दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व होता है।
3. इस दिन शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है।
4. इस तिथि में खेत जोतने या हल चलाने की भी मनाही होती है।
5. मान्यता है कि इस तिथि पर बच्चे के जन्म लेने पर शांति पाठ कराया जाता है।
6. कहते हैं कि अमावस्या को सदाचरण और ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
7. अमावस्या के दिन क्रोध, लड़ाई-झगड़ा या मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
8. मान्यता है कि इस दिन सुबह शाम मंदिर और तुलसी पर दीया अवश्य जलाना चाहिए। इससे पारिवारिक कलह और दरिद्रता दूर होती है।
9. शास्त्रों में बताया गया है कि अमावस्या को व्रत करना उत्तम होता है। इस तिथि को निराहार उपवास रखना शुभ होता है।
10. कहते हैं कि अमावस्या को किसी के घर भोजन नहीं करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से पुण्य नहीं मिलता है।