शेयर मार्केट का क्षेत्र किसी व्यक्ति के लिए लाभदायक होगा या नहीं यह पूरी तरह उसकी कुंडली में बनी ग्रहस्थिति पर निर्भर करता है, तो आइए जानते हैं कि हमारी कुंडली में कौनसे ग्रहयोग शेयर मार्केट से लाभ कराने में अपनी भूमिका निभाते हैं |
ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि कई लोग शेयर में अपना धन इन्वेस्ट करके बड़ा लाभ कमाते हैं तो कइयों को भारी नुकसान का भी सामना करना पड़ता है, ज्योतिषीय दृष्टि में प्रत्येक व्यक्ति की जन्मकुंडली में ग्रह स्थिति भिन्न-भिन्न होती है इसलिए जिस कार्य में एक व्यक्ति उन्नति कर रहा है दूसरा भी उसमे सफल हो ऐसा आवश्यक नहीं है। इसी प्रकार शेयर मार्किट का क्षेत्र किसी व्यक्ति के लिए लाभदायक होगा या नहीं यह पूरी तरह उसकी कुंडली में बनी ग्रहस्थिति पर निर्भर करता है, तो आइए जानते हैं हमारी कुंडली में कौनसे ग्रहयोग शेयर मार्किट से लाभ कराने में अपनी भूमिका निभाते हैं। ज्योतिष में शेयर मार्किट के लिए सीधे सीधे किसी एक ग्रह की भूमिका न होकर कुंडली के “पंचम भाव” को सर्वाधिक महत्व दिया गया है, जन्मकुंडली के पंचम भाव को शेयर, लॉट्री या स्पेकुलेशन आदि का कारक भाव माना गया है इसलिए शेयर मार्किट से जुड़ने या लाभ प्राप्त करने में सबसे पहले तो कुंडली के पंचम भाव और पंचमेश का शुभ स्थिति में होना आवश्यक है, इसके बाद लाभ स्थान अर्थात कुंडली के ग्यारहवे भाव की भी यहाँ महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि किसी भी प्रकार से इन्वेस्ट किये गए धन से आपको लाभ प्राप्त हो पायेगा या नहीं या किस स्तर का लाभ जीवन में होगा यह लाभ स्थान और लाभेश की स्थिति पर निर्भर करता है, शुक्र धन और विलासिता का कारक होने से यहाँ अपनी सहायक भूमिका निभाता है। इसी प्रकार राहु को आकस्मिक कार्य या झटके के कार्यों का कारक होने से राहु की भी यहाँ सहायक भूमिका होती है..!!