सुरक्षा की दृष्टि से विधायक पांडेय ने खुद को किया होम क्वारंटीन दफ्तर में लगाया सूचना बोर्ड
बिलासपुर । बिलासपुर जिले के प्रशासनिक अधिकारी और क्षेत्र के जन प्रतिनिधि जो कोरोना का पाठ पढ़ाने घरों से निकले थे इस दौरान वे खुद की सुरक्षा में नाकाम रहे, नतीजा प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल तक पहुंच गया, निगम आयुक्त सभापति, आरटीओ और महापौर के कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल और विधायक शैलेश पांडेय ने खुद को होम क्वारंटीन कर लिया है। शहर विधायक शैलेष पांडेय ने तो अपना दफ्तर भी अनिश्चित काल के लिए बंद कर वहां पर सूचना लगवा दिया है मगर किसी भी सूचना और जानकारी के लिए उन्होंने सूचना पटल पर खुद समेत 4 लोगो के कांट्रेक्ट नम्बर का उल्लेख कर दिया है ताकि लोग भटके।
गौरतलब है की अब तक स्वास्थ्य विभाग जिले के कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा दे रही थी जिसने केवल ग्रामीण स्तर के लोग शामिल थे। मगर अब इस सूची में जिले के प्रशासनिक अधिकारी एवं क्षेत्र के जन प्रतिनिधि भी शामिल होते जा रहे है। जो कोरोना के प्रति आम नागरिकों में जागरूकता फैला रहे थे लेकिन यह इस बात से बेखबर रहे कि लोगों में जागरूकता नही बल्कि स्वयं असुरक्षित रह कर कोरोना के खिलाफ लोगो को जागरूक कर रहे थे अब नतीजा सामने आने लगा है और सब एक एक कर होम आइसोलेट हो रहे है।
बड़ी बात यह है कि कोरोना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के दिन ध्वजारोहण करने पहुंचे प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल तक जा पहुंचा है। दरअसल निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडेय , और सभापति शेख नजीरुद्दीन के कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद महापौर राम शरण यादव की आरटीपीसीआर जांच की गई तो इनको भी कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। वही कोरोना वायरस के खिलाफ फ्रंट लाइन में कार्य करने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के हांथों शील्ड देकर सम्मान किया गया। स्वतंत्रता दिवस के आयोजन में मुख्य रूप से महापौर राम शरण यादव उस्थित रहे इस दौरान श्री पटेल शहर के विधायक शैलेश पांडेय, कलेक्टर सारांश मित्तर, एसपी प्रशांत अग्रवाल, सीएमओ प्रमोद महाजन, डॉ. आरती पांडेय, नेत्र सहायक विजय सिंह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
महापौर के कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एसपी और विधायक ने खुद को होम क्वारंटीन कर लिया , अब बाकी अधिकारियों की कोरोना जांच की जा रही है । यानी सब की जान आफत में आ गई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना के प्रति जागरूक करने वाले खुद असुरक्षित रहकर बड़ी लापरवाही को अंजाम दे रहे थे। जिले में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ रहा है और हालत यहां तक आ पहुंची है जिले के सभी बड़े अधिकारी और कांग्रेस के अनेक नेता महापौर ,सभापति ,पार्षद सभी शिकार हो चुके है । कलेक्टर सारांश मित्तर और एसपी प्रशांत अग्रवाल की रिपोर्ट आनी है वही विधायक शैलेष पांडेय की कल कराई गई जांच रिपोर्ट निगेटिव आने से कुछ राहत मिली है लेकिन विधायक आरटीपीसीआर जांच भी करवा रहे है ताकि जांच में किसी भी प्रकार की कोई कमी या गुंजाइश बाकी न रह जाये। स्वास्थ्य विभाग का अमला एसपी के बुलावे पर शाम को उनके सरकारी आवास पर जांच के लिए गए हुए थे मगर पता चला है कि कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने कल रात स्वास्थ्य विभाग में फोन किया था। सम्भव है जांच के लिए अमला आज देर शाम तक उनके भी निवास पर जाएगा ।