कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार की फार्मासिस्ट ने ..
कलेक्टर श्री चौधरी ने दिए कार्यवाही के आदेश-
बी.पी. सिंह
सीधी/ N I / एक तरफ जहां लोग कोविड-19 संक्रमण महामारी से अपने आप में भयभीत है वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और भी भयभीत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं कोविड-19 संक्रमण महामारी को लेकर हर तरफ वैसे भी हाहाकार मचा हुआ है… जहां आम जनता को बचाने के लिए शासन-प्रशासन दिन रात एक कर रहा है कुछ न कुछ नई गाइडलाइन दिन पर दिन जारी की जा रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ चंद पैसों के लालच में जिला चिकित्सालय में स्थित फीवर क्लीनिक में कुछ ऐसे भी फार्मासिस्ट पदस्थ हैं जो कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार कर आम जनता के जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जहां कोरोना से संक्रमित फर्जी रिपोर्ट तैयार कर दी जा रही है। जो अपने आप में एक बड़ा विचारणीय प्रश्न है ..
खुलासे से हडकम्प …
मामले का खुलासा होने पर पूरे विभाग में हड़कंप की स्थिति है जानकारी मिलते ही जिले के कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रविंद्र कुमार चौधरी द्वारा कार्यवाही के आदेश दिए गए. मामला जिला चिकित्सालय के अंदर स्थित सबसे बड़े फीवर क्लीनिक का उजागर हुआ है जहां कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार कर आम जनता की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मामला दो हफ्ता पहले का है जहां फीवर क्लीनिक में तैनात डॉक्टर जब जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों का सेंपलिंग करने गई हुई थीं इसी दौरान डॉक्टर की गैरमौजूदगी का फायदा उठाते हुए फार्मासिस्ट अंबिकेश प्रताप सिंह आया और फीवर क्लिनिक इंचार्ज तथा डॉक्टर के गैरमौजूदगी में अपने हाथों से सील लगाकर 6 लोगों की फर्जी रिपोर्ट तैयार की और पूरी रिपोर्ट फीवर क्लीनिक से बाहर निकल गई।
अन्य स्वास्थ्य कर्मी ने खोली पोल
इस पूरे कारनामे को फीवर क्लीनिक के अंदर मौजूद एक अन्य स्वास्थ्य कर्मी देख रहा था, जिसने मामले की जानकारी तत्काल फीवर क्लीनिक इंचार्ज तथा डॉक्टर को दी। जहां डॉक्टर के आते ही फार्मासिस्ट अंबिकेश प्रताप सिंह को बुलाया गया और तैयार की गई फर्जी रिपोर्ट के बारे में जानकारी चाही गई इस दौरान गोल मटोल जवाब मिलने पर फार्मासिस्ट अंबिकेश प्रताप सिंह को जमकर फटकार लगाई गई। वही सीधी जिले के कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रविंद्र कुमार चौधरी द्वारा कहा गया की उक्त के संबंध में पूरे मामले की जानकारी हमें आप से प्राप्त हुई है अगर ऐसा था तो मुझे तुरंत जानकारी देना चाहिए था। जिले की जनता की सुरक्षा सर्वप्रथम हमारा कर्तव्य एवं जिम्मेदारी है और जब बाड़ी ही खेत खा जाए तो आदमी कहां जाए किसके ऊपर विश्वास करें अगर ऐसा है तो यह घोर लापरवाही है स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ एवं स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी फार्मासिस्ट में अगर फर्जी रिपोर्ट तैयार की है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।