हाई हील्स के चक्कर में कहीं आप भी तो नहीं मोल ले रहीं बीमारियां
वर्किंग वुमन हो या कॉलेज जाने वाली लड़कियां, हाई हील्स पहनना हर किसी का शौक बन गया है। मगर, क्या आप जानते हैं रोजाना हाई हील्स सैंडल्स पहनकर आप ना जाने कितनी बीमारियों को न्यौता दे रही हैं। घंटो हाई-हील्स पहनने के कारण आप ‘बनियन डिजीज’ के घेरे में भी आ सकती हैं। चलिए आपको बताते हैं कि क्या है यह बीमारी है और कैसे रखें इससे बचाव।
क्याऔर क्यों होता है बनियन (Bunions)?
एक्सपर्ट के मुताबिक, यह बीमारी अंगूठे के ज्वाइंट में होती है, जिसके कारण अंगूठे के जोड़ से जुड़ी हड्डी बढ़ आती है और बाहर की तरफ निकल आती है। शुरूआत में इसके कारण पैरों की संरचना यानी हील एनॉटोमी बिगड़ जाती है। यह समस्या ज्यादातर टाइट फुटवियर या हाई हील्स पहनने वाली महिलाओं को होती है।
बनियन के लक्षण
. पैरों में तेज दर्द
. अंगूठे के ज्वाइंट से जुड़ी हड्डी का बढ़ना
. पैरों में सूजन और लालपन होना
. उंगलियों के ज्वाइंट्स में तेज जलन
. पैरों के कर्व या संरचना में बदलाव
किन महिलाओं को अधिक समस्या?
ज्यादा समस्या ज्यादा फैशन शो, रेंपवॉक और कई इवेंट्स के लिए घंटों तक हाई हील्स पहनने वाली औरतों को होती हैं क्योंकि उन्हें 4 से 6 इंच की हील्स कैरी करना पड़ता है। अगर आप भी डेली रूटीन में 4 से 6 इंच की हील्स पहन रही हैं तो आज ही अपनी इस आदत को सुधार लें।
और भी हो सकते हैं नुकसान
-यही नहीं, हाई हील्स पहनने से पैरों के ज्वाइंट्स में मोच आ सकती है।
-इससे एड़ी के ऊपर टेंडन एंकल्स में भी बनियम की समस्या हो सकती है।
-अगर स्थिति ज्यादा गंभीर हो तो यह बरसाइटिस का रूप भी ले सकता है, जिसके कारण पैरों के ऊपरी हिस्से में सूजन आ जाती है।
-रोजाना हाई हील्स पहनने से कॉर्न्स, टखने की मोच, न्यूरोमास, पीठ दर्द और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी परेशानी भी हो सकती है।
बनियन का इलाज
इसका इलाज 3 तरीके से किया जाता है, जिसमें पहले अंगूठे से जुड़ी बड़ी हड्डी को काट दिया जाता है। दूसरे तरीके में हड्डी को बाहर निकाल देते हैं। वहीं तीसरे ट्रीटमेंट अंगूठे के ज्वाइंट्स को फ्यूज किया जाता है, जिससे अंगूठा कोई हरकत नहीं कर सकता। हालांकि तीनों ही सर्जरी में अंगूठे को ठीक होने में काफी समय लगता है।
बनियन से बचने के आम उपाय-
- . ज्यादा समय टाइट फिटिंग या हाई हील्स पहनने से बचें। साथ ही हमेशा पैडिंग वाले या ऐसी फुटवियर चुनें, जिसमें अंगूठे को स्पेस मिल सके।
- . अगर आपको इस बीमारी के लक्षण दिख रहे हैं तो टो-स्प्रेडर का यूज करें करें।
- . घर में ज्यादा से ज्यादा बिना चपल्लो के रहें। समतल जमीन पर चलें।
- . हाई हील्स बर्फ से पैरों की सिकाई करें। इससे आपको दर्द और सूजन से आराम मिलेगा।
- . ध्यान रखें कि चलते वक्त पैर जमीन पर बराबर हों। सुबह नंगे पांव घास पर जरूर चलें।
- . वजन पर भी कंट्रोल रखें। साथ ही एक्सरसाइज व योग को अपनी रूटीन का हिस्सा बनाएं।