मध्य क्षेत्र कंपनी द्वारा निम्नदाब उपभोक्ताओं को क्यूआर कोड आधारित मीटर रीडिंग की सुविधा
अब उपभोक्ताओं को अपने परिसर में लगे मीटर की रीडिंग के समय मीटर रीडर को सर्विस कनेक्शन नंबर उपलब्ध कराने के लिए पुराना बिल ढूंढने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने निम्नदाब उपभोक्ताओं की वर्तमान में चल रही मीटर रीडिंग की व्यवस्था को तकनीकी रूप से सुदृढ़ बनाते हुए उपभोक्ताओं को क्यूआर कोड आधारित मीटर रीडिंग की सुविधा उपलब्ध करा दी है। प्रथम चरण में इस सुविधा को भोपाल एवं ग्वालियर के एनजीबी सॉफ्टवेयर बिलिंग प्रणाली वाले शहरी क्षेत्रों में लागू किया जा रहा है। इस सुविधा के माध्यम से मीटर रीडर उपभोक्ता का सर्विस नंबर पूछे बगैर ही उपभोक्ता के परिसर के मीटर की सही रीडिंग अपने रिकार्ड में दर्ज कर सही देयक वास्तविक उपभोक्ता को उपलब्ध करा सकेगा।
दरअसल मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को ऐसी शिकायतें प्राप्त होती हैं कि मीटर रीडिंग के समय मीटर रीडर द्वारा सर्विस कनेक्शन नंबर मांगा जाता है जो कतिपय कारणों से उपलब्ध कराने में उपभोक्ताओं को असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। ऐसी अवस्था में विद्युत वितरण कंपनी ने उपभोक्ताओं को क्यूआर कोड आधारित मीटर रीडिंग की सुविधा देना शुरू कर दिया है। कंपनी ने बताया है कि उपभोक्ता के परिसर में स्थापित मीटर पर मीटर रीडर द्वारा एक क्यूआर कोड आधारित स्टीकर चस्पा किया जाएगा जिसमें उपभोक्ता की समस्त जानकारी जैसे उपभोक्ता का नाम, सर्विस कनेक्शन नंबर और पता दर्ज होगा। मीटर रीडर द्वारा उपभोक्ताओं के परिसर की मीटर रीडिंग लेते समय मीटर पर चस्पा क्यूआर कोड को अपनी डिवाइस से स्केन करते ही उपभोक्ता की सारी जानकारी उसके सामने कुछ सेकेंड में ही प्रदर्शित हो जाएगी। मीटर रीडर इस जानकारी को दर्ज कर तुरंत ही उपभोक्ता को बिल जनरेट कर उपलब्ध कराएगा। इस सुविधा के माध्यम से उपभोक्ता एवं कंपनी के समय की भी बचत होगी। साथ ही बिल में गलत जानकारी के कारण होने वाली त्रुटियों की संभावना समाप्त होगी।