ईदमिलादुन्नबी पर उपद्रव के बाद पथराव, पुलिस पर फेंके जलते बम
स्थिति नियंत्रण में.....
◆ विलोक पाठक
जबलपुर ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकली भीड़ में मौजूद उपद्रवी तत्वों ने गोहलपुर थाना क्षेत्र के मछली मार्केट इलाके में पुलिस के ऊपर जलते हुए बम फेंके, वहीं कुछ बम स्थानीय जगह भी गिरे जिससे अफरा तफरी मच गई । पुलिस ने संयम दिखाते हुए भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया, परंतु पूर्वाग्रह से ग्रसित भीड़ ने सारी हदें पार कर दी एवं पुलिस पर हमला कर दिया । लिहाजा पुलिस ने स्थिति संभालते हुए पहले हल्का बल प्रयोग किया। उसके बाद भी जब उपद्रवी तत्वों ने पथराव नहीं रोका तो पुलिस को कई राउंड आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े । इसके बाद भी उपद्रवी बाज नहीं आए और एक भीड़ की शक्ल में नारे लगाते हुए पथराव करते रहे । कुछ समय बाद समुदाय विशेष के कुछ नेता सामने आए जिन्होंने पुलिस से कहा कि वह पीछे हट जाएं एवं समूह को निकल जाने दें । पुलिस ने उनकी बात मानकर फोर्स को पीछे हटाया , जिसके बाद रुका हुआ समूह पुनः निकला ।
◆ कुछ सीएसपी एवम थाना प्रभारियों ने संभाला मोर्चा ..
उन्मादी भीड़ को रोकने के लिए कुछ पुलिस अधिकारी जिनमें सीएसपी और टीआई शामिल है ने मोर्चा संभाला । मछली मार्केट में एक तरफ के मोर्चे पर कोतवाली टीआई अनिल गुप्ता अपने बल के साथ उन्मादी भीड़ को रोके थे, तो वहीं दूसरी ओर सीएसपी दीपक मिश्रा व अखिलेश गौर पत्थरबाजों पर आंसू गैस छोड़ रहे थे वही उनके साथ एडिशनल एसपी रोहित काशवानी, गोपाल खंडेल मौजूद रहे । आरआई सौरभ तिवारी ने फेंके गए बम को अपने पैर से दबा दिया जिससे कुछ जवान घायल होने से बचे । वहीं एक बम फोटोजर्नलिस्ट के ऊपर भी फेका गया जिससे वह बाल-बाल बचा ।
◆ रद्दी चौकी पर भी रहा तनाव….
रद्दी चौकी पर भी उपद्रवियों ने जबरदस्त बम फोड़े एवं अराजकता फैलाई जिसे वहां मौजूद गोहलपुर टीआई अरविंद चौबे एवं अधारताल टीआई शैलेश मिश्रा ने रोका पुलिस की सख्ती के कारण उपद्रवियों के मंसूबे चल नहीं पाए ।
◆ एसपी कलेक्टर मौके पर पहुंचे…
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा एवं कलेक्टर कर्मवीर शर्मा मौके पर पहुंच गए एवं उन्होंने स्थिति संभाली ।
◆ तेज आवाज वाले बड़े बम रात से फोड़े जा रहे थे…कानफोड़ू तेज आवाज वाले बम एक रात पहले से शहर के कई इलाकों में फोड़े जा रहे थे । कुछ नागरिकों के मुताबिक इन बमों के धमाकों से पूरा क्षेत्र हलाकान था । प्रदर्शन के दौरान भी बहुत बम फोड़े गए । आखिर इतनी बड़ी संख्या में और तेज आवाज वाले इन बमो का स्टॉक शहर में किसके पास जमा रहा । आखिर ये बम आये कहाँ से ……
◆ शांति समिति की बैठक सवालिया घेरे में .. शांति समिति की बैठक में बढ़-चढ़कर बात करने वाले नेताओं की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं । प्रशासन ने पूर्वानुमान के अनुसार शांति समिति की बैठक कई स्तर पर आयोजित की थी । इसमें गणमान्य सदस्यों से इस बाबत बात भी की थी की कोई जुलूस या समूह एक साथ नही निकलेगा । परंतु शायद कहीं ना कहीं चूक हुई और फिरका परस्त लोगों ने घटना को अंजाम दिया । क्या जिम्मेदार लोग उन्मादियों की भीड़ को समझाने में असफल रहे ।
◆ पूरे देश में एक सा उन्माद…
यदि देखा जाए तो उन्मादियों की भीड़ पूरे देश में एक जैसी ही है…. क्या कश्मीर और क्या जबलपुर पत्थरबाजों की स्थिति एक सी है …और इनका निशाना सब तरफ केवल पुलिस है । आखिर पुलिस प्रशासन को निशाना बनाकर यह पत्थर बाज कौन सी शक्ति का प्रदर्शन करना चाहते हैं, यह समझ से परे है । केवल अपनी बात मनवाने के लिए फिजा खराब करना इनके शगल में हैं।
बहरहाल घटना के बाद प्रशासन एक्टिव मोड पर है । पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान करना शुरू कर दी है । वहीं कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने शहर में धारा 144 लगाने के साथ सख्त कदम उठाने के आदेश दिए हैं । प्रशासन एवं पुलिस की सजगता से शहर का माहौल खराब होने से बच गया फिलहाल स्थिति पूर्णतः नियंत्रण में एवम सामान्य है ।