गृह विभाग ने किया एडिशनल एसपी को निलंबित…..लोकायुक्त में चालान पेश होने के कारण की गई कार्रवाई
भोपाल गृह विभाग ने एडिशनल एसपी दीपक ठाकुर को निलंबित कर दिया है। भोपाल के राज्य अपराध अन्वेषण ब्यूरो मुख्यालय में पदस्थ थे। दीपक के खिलाफ लोकायुक्त के विशेष न्यायालय में चालान पेश होने के कारण यह कार्रवाई की गई है।
निलंबन की अवधि में दीपक ठाकुर को पीएचक्यू में अटैच किया गया है।
◆ ये था मामला…
पुणे की रहने वाली गुलशन जौहर की बेटी अमेरिका की एक कंपनी में जॉब करती थी और उसने जबलपुर के विक्रम राजपूत को कंपनी का एक कैमरा ढाई लाख रुपए में बेचा था। कैमरे में कुछ दिक्कत आने पर विक्रम ने कंपनी को इसकी शिकायत की लेकिन शिकायत निबटने के पहले ही साइबर सेल में मां-बेटी के खिलाफ FIR करा दी। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करके जेल पहुंचा दिया, इस दौरान जेल में बंद मां बेटी को बाहर निकालने के लिए दीपक ठाकुर सहित तीन पुलिसकर्मियों ने 3.5 लाख रू की डिमांड की थी ,जिसकी विधिवत शिकायत की गई थी ।
इसकी जाच का जिम्मा पहले डीएसपी साधना सिंह को सौंपा गया था । और उसके बाद नीलम पटवा ने इसकी जांच की और अपराध पाए जाने पर चार्जशीट कोर्ट में पेश की गई। मामले में पर्याप्त साक्ष्य पाए गए , और यह साबित हुआ कि दीपक ठाकुर और तीन पुलिसकर्मियों ने पद का दुरुपयोग करके रिश्वत मांगी थी। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार के मामले में एडिशनल एसपी दीपक ठाकुर समेत कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ लोकायुक्त न्यायालय में चार्जशीट पेश की थी। उन्हें कोर्ट में पेश होने का नोटिस भेजा गया था लेकिन दीपक ठाकुर फरार हो गए थे। बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी। गृह विभाग की इस कार्रवाई के बाद पूरे महकमे में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है ।