क्राईम ब्रांच ने फर्जी जमानतदारों के रैकेट का पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को मय फर्जी भू-अधिकार ऋण पुस्तिकाओं एवं सील सहित किया गिरफ्तार
ग्वालियर / पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री अमित सांधी, भापुसे को विगत कई दिनों से आरोपियों को फर्जी कागजात के आधार पर पैसे लेकर जमानत कराने का रैकेट चलाये जाने संबंध में सूचनाएं मिल रही थी। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर को जरिए मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि जिला न्यायालय के पास कुछ लोग फर्जी भू अधिकार ऋण पुस्तिका लगाकर आरोपियों की जमानत करा रहे हैं तथा इन लोगों के द्वारा पूर्व में भी कई आरोपियों की न्यायालय में फर्जी दस्तावेज पेश कर जमानत कराई गई है। उक्त मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा अति0 पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री राजेश डण्डोतिया को उक्त सूचना की तस्दीक कर कार्यवाही करने हेतु काईम ब्रांच की टीम को लगाने हेतु निर्देशित किया गया। काईम टीम द्वारा अति० पुलिस अधीक्षक (अपराध) ग्वालियर के मार्गदर्शन में पूर्व से ही प्राप्त हो रही सूचनाओं की तस्दीक की जा रही थी। आज दिनांक को सटीक सूचना प्राप्त होने पर अति० पुलिस अधीक्षक (अपराध) द्वारा काईम ब्रांच की टीमों को जिला न्यायालय परिसर के आसपास लगाया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशानुसार डीएसपी अपराध ग्वालियर श्री रत्नेश तोमर एवं श्री विजय भदौरिया के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी काईम ब्रांच ग्वालियर श्री दामोदर गुप्ता के नेतृत्व में काईम ब्रांच टीम एवं थाना प्रभारी इन्दरगंज श्री मिर्जा आसिफ बैग के साथ एक टीम को मुखबिर के बताये स्थान जिला न्यायालय के आसपास पहुंचकर तस्दीक की तो पुलिस टीम को मुखबिर के द्वारा बताई गई हुलिया के अनुसार तीन संदिग्ध व्यक्ति दिखे। जिसमें से एक वृद्ध व्यक्ति के पास में एक सूटकेश तथा दूसरे व्यक्ति के हाथ में एक थैला एवं तीसरे व्यक्ति के हाथ में एक प्लास्टिक की पॉलीधिन दिखाई दी। पुलिस टीम को देखकर तीनों संदिग्धों ने वहां भागने का प्रयास किया, जिन्हें पुलिस टीम द्वारा घेरकर पकड़ लिया गया। पुलिस टीम द्वारा मौके से पकड़े गये संदिग्ध व्यक्तियों में वृद्ध व्यक्ति से पास मौजूद सूटकेश को खोलकर देखा गया तो विभिन्न न्यायालयों में जमानत दी गई कुल 9 मू–अधिकार ऋण पुस्तिकायें जिन पर विभिन्न पद मुद्रा लगी हुई हैं एवं 11 खाली भू-अधिकार ऋण पुस्तिकायें, 51 खाली पेपर एक पॉलीथिन में विभिन्न पद मुद्रा की कुल 32 सीले, 6 सीलपेड़, 6 आधार कार्ड एवं एक प्रिन्टर आदि सामग्री मिली। पकड़े गये दूसरे संदिग्ध के पास मिले थैले को चैक करने पर उसमें से जमानत दी हुई कुल 5 भू-अधिकार ऋण पुस्तिकायें जिन पर विभिन्न पद मुद्रा लगी हुई है, ऋण पुस्तिकायें, 19 खाली पेपर आदि दस्तावेज मिले। पुलिस टीम द्वारा पकड़े गये तीसरे संदिग्ध की पास जमानत दी हुई 4 एवं 3 खाली भू-अधिकार ऋण पुस्तिकायें मिली तथा 13 खाली पेपर मिले। पुलिस 6 खाली भू-अधिकार टीम द्वारा पकड़े गये तीनों व्यक्तियों से उक्त सामग्री रखने एवं उसके उपयोग के बारे में पूछताछ की गई तो उन्होने उक्त भू-अधिकार ऋण पुस्तिकायें फर्जी होना बताया तथा उनके द्वारा पुलिस को बताया गया वह स्वयं एसडीएम व तहसीलदार की फर्जी सील-सिक्का लगाकर भू-अधिकार ऋण पुस्तिकायें तैयार कर आरोपियों के परिजनों से रूपये लेकर फर्जी भू-अधिकार ऋण पुस्तिकायें लगाकर उनकी जमानत भरवाते थे। उनके द्वारा पूर्व में कई लोगों की इसी प्रकार जमानत देना बताया गया है, जिसके संबंध में पुलिस द्वारा छानवीन की जा रही है। इस पर से थाना इन्दरगज़ में पकड़े गये दोनों आरोपियों के विरूद्ध धारा 420,465,467, 468,471.472 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
सराहनीय भूमिका :- थाना प्रभारी काईम बाच निरीक्षक श्री दामोदर गुप्ता, थाना प्रभारी इन्दरगंज श्री मिर्जा आसिफ वेग काईम ब्रांच से उप निरी. राजीव बिरथरे, नरेन्द्र सिसोदिया, प्र.आर. कमल कौशिक, भगवती सोलंकी, सत्येन्द्र कुशवाह, मनोज एस. आरक्षक नवीन पाराशर, शंकर शर्मा, रामवीर गौरव आर्य, म.आर. सुनीता एवं थाना इन्दरगंज से सउनि रामबाबू नागर, आर. रामकिशोर विवेक दण्डोतिया की सराहनीय भूमिका रही।