कोरोना काल में प्रज्ञा ठाकुर के लापता होने के बाद मचा सियासी घमासान, बीजेपी सांसद ने दी सफाई
भोपाल। कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्र से गायब रहने पर सफाई देते हुए भोपाल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने रविवार को कहा कि लॉकडाउन के कारण ट्रेनों एवं विमानों के बंद होने के कारण वह भोपाल नहीं आ सकी लेकिन अपने क्षेत्र की जनता की समस्याओं का उन्होंने हर तरह से समाधान किया। लॉकडाउन के दौरान भोपाल से गायब रहने पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में प्रज्ञा ने यहां मीडिया को बताया, ‘‘देखो यह गायब होने का प्रश्न ही नहीं हैं। पार्टी ने संसद में उपस्थित होने के लिए व्हिप जारी किया था इसलिए मेरा वहां उपस्थित रहना आवश्यक था।’’
उन्होंने कहा कि संसद सत्र के बाद जब मुझे दिल्ली से भोपाल आना था तब लॉकडाउन के कारण ट्रेनों एवं विमानों की आवाजाही बंद हो चुकी थी इसलिए मुझे और मेरी सुरक्षा में लगे कर्मचारियों को भोपाल आने के लिए टिकट नहीं मिला और मैं भोपाल नहीं आ पाई। प्रज्ञा ने बताया, ‘‘मैंने लॉकडाउन के नियमों का पालन किया इसलिए दिल्ली से भोपाल नहीं आई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिर भी मैंने अपना हेल्पलाइन नंबर जारी किया और उसके माध्यम से भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर कोरोना वायरस संकट के दौरान काम किया है। हेल्पलाइन के जरिए भोपाल की जनता की समस्याओं को हल करने का प्रयास किया गया। आज भी मेरा हेल्पलाइन नंबर दिन-रात चालू है। हम जनता की समस्याओं को सुनकर हर प्रकार से उसका समाधान करते हैं।’’
प्रज्ञा ने उन पर कोराना वायरस काल में गायब होने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा,‘‘मैं सन्यासी हूं इसलिए अन्न दान, भोजन दान एवं भंडारे कराने का प्रचार-प्रसार नहीं करती लेकिन कुछ लोगों की मानसिकता के कारण यदि आवश्यक हुआ तो कहूंगी भी कि संकट काल में करना ज्यादा है और कहना नहीं है। ये हम लोगों का नियम होता है। परंतु ठीक है यदि ऐसा होता है तो हम उसको कहेंगे भी और करेंगे भी। लेकिन मैंने जिसकी जो भी समस्याएं रहीं, उनका समाधान किया।’’
गौरतलब है कि 29 मई को प्रज्ञा ठाकुर के ‘लापता’ होने के पोस्टर भोपाल शहर के विभिन्न हिस्सों में लगे दिखाई दिये। इस पर भोपाल के दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पी सी शर्मा ने इन पोस्टरों का समर्थन करते हुए कहा था कि कोरोना वायरस के इस संकटपूर्ण समय में लोगों को अपनी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बारे में जानने का हक है क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में प्रज्ञा ठाकुर से करीब 3.60 लाख मतों से पराजित होने के बाद भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह लॉकडाउन के दौरान शहर में रहकर लोगों की हरसंभव सहायता कर रहे हैं जबकि सांसद गायब हैं।