राम मंदिर : भूमि पूजन समारोह में सिर्फ पांच लोगों को मंच पर जाने की अनुमति, जानिए क्या हैं पूरी तैयारियां
Ram Mandir Bhoomi Pujan 5 Agust: राम मंदिर ट्रस्ट ने सोमवार को जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 5 अगस्त को आयोजित होने वाले शिलान्यास समारोह के लिए 175 मेहमानों को आमंत्रित किया गया है. अतिथियों में 135 आध्यात्मिक नेता और शहर के निवासी शामिल होंगे. एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के प्रमुख महंत नृत्य गोपालदास इस दौरान मंच पर उपस्थित होंगे. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एएनआई को बताया कि अयोध्या टाइटल सूट केस में मुख्य भूमिका निभाने वाले इकबाल अंसारी को भी भूमि पूजन समारोह में आमंत्रित किया गया है.
अयोध्या में 10,000 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए सम्मानित पद्म श्री विजेता मोहम्मद शरीफ को भी इस आयोजन के लिए आमंत्रित किया गया है. चंपत राय ने पीटीआई को बताया कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ विचार-विमर्श के बाद अतिथि सूची तैयार की गई है. कोरोना वायरस की आशंका के बीच दोनों नेता वीडियो कांफ्रेंस के जरिए समारोह में शामिल होंगे. उमा भारती ने सोमवार को कहा था कि वह अयोध्या जाएंगी लेकिन स्वास्थ्य जोखिम के कारण समारोह में भाग नहीं लेंगी.
सोमवार को अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल के एक मुख्य पुजारी अपने एक सहायक के कोरोना वायरस पाए जाने के बाद सेल्फ क्वारंटीन में चले गए थे. पिछले महीने मंदिर के सहायक पुजारी और 16 पुलिस अधिकारियों को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था. समारोह की व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए सोमवार को अयोध्या का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि शहर में सख्त कोरोना वायरस सुरक्षा नियम लागू किए जाएंगे. उन्होंने कहा कोई ढिलाई न बरतने के आदेश दिए गए हैं. मुख्य फोकस कोविड -19 पर है.
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार समारोह के लिए निमंत्रण कार्ड एक सुरक्षा कोड से लैस हैं, जो केवल एक बार प्रवेश करने की अनुमति देगा. आमंत्रण कार्ड नॉन -ट्रांसफरेबल होगा. समारोह दोपहर 2 बजे तक चलेगा. पीएम मोदी उस स्थल पर एक चांदी की ईंट स्थापित करेंगे जहां मंदिर का निर्माण होना है.