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Work from Home करने वालों के लिए गर्दन और पीठ दर्द बनी नई समस्या, जानिए क्या है समाधान

Work from Home side effects: कोरोना महामारी के दौर में ‘वर्क फ्रॉम होम’ अब नया ‘न्यू नार्मल’ है. मार्च से लगातार लोग घरों में घंटों बैठकर ऑफिस का काम कर रहे हैं. घर से लगातार बैठकर काम करने के बाद बड़ी संख्या में लोग गर्दन और पीठ दर्द की शिकायत करने लगे हैं और बड़ी संख्या में फिजियोथेरेपिस्ट से मदद मांग रहे हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह गलत आसन (improper sitting postures) यानी आपके बैठने के तरीकों के कारण हो रहा है. लोगों को घर पर अच्छे एर्गोनॉमिक्स और काम करने की आदतों का पालन करने की आवश्यकता है.

देश में COVID-19 के प्रकोप से कई कॉर्पोरेट फर्मों और औद्योगिक निकायों के कर्मचारी लगभग छह महीने से घर से काम कर रहे हैं. इस दौरान बड़ी संख्या में कंपनियां अपने कर्मचारियों को आधा या कटौती से साथ वेतन दे रही हैं. कर्मचारियों के लिए वेतन में कटौती के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी इन समस्याओं से भी जूझना पद रहा है.

एक रिपोर्ट के अनुसार पुणे में संचेती अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. अपूर्व शिम्पी ने कहा “शुरुआत में वर्क फ्रॉम होम सिस्टम से काम करने वाले कर्मचारियों को चीयर्स दी गई लेकिन लंबे समय तक काम करने और बैठने की अनुचित मुद्रा के कारण कई को गर्दन में दर्द, पीठ दर्द और अन्य मुद्दों की शिकायत होने लगी है.”

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में एचआर पेशेवरों की एक संस्था ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पर्सनेल मैनेजमेंट (एनआईपीएम) पुणे चैप्टर ने अपने सहयोगी सदस्यों के लिए फिजियोथेरेपी सत्र आयोजित करने के लिए अस्पताल से संपर्क किया है. उन्होंने कहा “हाल के सत्र में 700 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, जहां उन्हें होम एर्गोनॉमिक्स के काम के टिप्स दिए गए हैं.”

शिम्पी ने कहा “हमारे फिजियोथेरेपिस्ट ने घर से काम करते समय कर्मचारियों द्वारा अपनाई गई गलत मुद्राओं और स्थितियों के बारे में बताया. हमने उन्हें लैपटॉप स्क्रीन की ऊंचाई को आंखों के स्तर तक बढ़ाने, तकिए के उपयोग, लगातार ब्रेक लेने और दिमाग और आँखों को आराम देने के लिए व्यायाम करने जैसे टिप्स दिए.”

एनआईपीएम पुणे चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. (कैप्टन) सी. एम. चितले ने कहा कि कई पेशेवरों को रीढ़ की हड्डी से संबंधित समस्याओं की शिकायत हो गई है. वेबिनार के दौरान, फिजियोथेरेपिस्ट ने प्रतिभागियों को कई एर्गोनोमिक युक्तियां दीं और पीठ में दर्द और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए आदर्श कार्य मुद्राओं को समझाया.”

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