तबलीगी जमात में शामिल 2500 विदेशी नागरिक ब्लैक लिस्टेड, भारत आने पर लगा 10 साल का बैन
नयी दिल्ली : भारत सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में शामिल 2500 विदेशियों की भारत यात्रा पर 10 साल का बैन लगा दिया है. ये सभी पर्यटन वीजा पर भारत आये थे और मरकज के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. जमातियों पर देश में कोरोना संक्रमण फैलाने का आरोप है. इसी मामले को लेकर जमात प्रमुख मौलान साद की तलाश भी की जा रही है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया, तबलीगी जमात के कुल 2,550 विदेशी सदस्यों को काली सूची में डाला गया है और अगले दस वर्षों तक इनके भारत आने पर प्रतिबंध रहेगा.
गृह मंत्रालय के अनुसार तबलीगी गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए इस साल करीब 2,100 विदेशी भारत आये. केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बताया कि 21 मार्च तक निजामुद्दीन मरकज में 216 विदेशियों सहित 1,746 लोग थे. निजामुद्दीन मरकज के अलावा 21 मार्च तक देश के विभिन्न मरकजों में 824 विदेशी थे.
41 से अधिक देशों के लोगों ने दिल्ली मरकज के कार्यक्रम में लिया था हिस्सा
बताया जाता है कि निजामुद्दीन मरकज में एक मार्च से 15 मार्च तक तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया था. जिसमें करीब 41 देशों से विदेशी भी शामिल हुए थे. जिनमें इंडोनेशिया, बांग्लादेश, मलेशिया और थाईलैंड के लोग शामिल थे.
देश में कोरोना वायरस फैलाने का जमातियों पर लगा था आरोप
देश में कोरोना संक्रमण में अचानक आयी तेजी के लिए तबलीगी जमात को जिम्मेवार ठहराया गया. दिल्ली में कोरोना वायरस के प्रसार के लिए भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तबलीगी जमात को जिम्मेदार माना था. उन्होंने कहा था कि दिल्ली में कोरोना वायरस के आंकड़ों में आयी तेजी के लिए जमात के लोग जिम्मेदार हैं. दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कुछ दिनों पहले कहा था कि कोरोना के जितने नये केस सामने आये, उनमें से 65 फीसदी केस जमात से जुड़े हैं. दिल्ली स्थिति निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने आये लोग देश के करीब 14 राज्यों में पहुंचे, जिसके बाद संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि असम, अंडमान निकोबार, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में जमात के लोग पहुंचे थे.