शिवपुरी नगर में सुव्यवस्थित जल प्रदाय के लिये तात्कालिक एवं दीर्घकालिक कार्य योजना अमल में लायें – मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा शिवपुरी जल प्रदाय योजना की समीक्षा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शिवपुरी नगर की जल प्रदाय व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिये मड़ीखेड़ा जल प्रदाय योजना अंतर्गत तात्कालिक और दीर्घकालिक कार्य योजना तैयार कर उसे अमल में लाया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान शिवपुरी नगर की पेयजल प्रदाय समस्या के निराकरण के लिये उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्री ओ.पी.एस.भदोरिया, अपर मुख्य सचिव श्री मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव नगरीय कल्याण श्री नीतेश व्यास, प्रमुख सचिव श्री मनीष सिंह और आयुक्त नगरीय विकास श्री निकुंज श्रीवास्तव उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना का निर्माण पूर्ण होने के बाद भी शिवपुरी नगर की जल प्रदाय योजना सुव्यवस्थित संचालित क्यों नहीं हो पा रही है, निर्माण में क्या कमियाँ हैं, इसके लिये कौन उत्तरदायी है आदि बिन्दुओं पर जाँच की जाएँ। नगरवासियों को प्रतिदिन पर्याप्त पेयजल मिले सके इसके लिये तत्काल कार्य योजना तैयार कर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। समस्या का समय-सीमा में स्थायी समाधान आवश्यक है।
मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने शिवपुरी नगर की जल प्रदाय योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मड़ीखेड़ा जल प्रदाय योजना के रॉ-वाटर राईजिंग, क्लीयर वाटर राईजिंग और फीडर मेन पाइप लाइन के बार-बार फूटने से जल प्रदाय बाधित होता है। उन्होंने नगरवासियों को इससे होने वाली परेशानी से अवगत कराया और शीघ्र ही जल प्रदाय व्यवस्था में सुधार लाने की आवश्यकता बताई।
बैठक में बताया गया कि वर्तमान में शिवपुरी नगर में माधव लेक से पाँच एम.एल.डी., भू-जल स्त्रोतों से पाँच एम.एल.डी. और मड़ीखेड़ा जल प्रदाय योजना से 20 से 22 एम.एल.डी. जल उपलब्ध होता है। इस प्रकार कुल 30 से 32 एम.एल.डी. जल प्रदाय हो रहा है। नगर की आबादी की मांग के अनुसार 32.55 एम.एल.डी. जल की आवश्यकता रहती है।