पश्चिम बंगाल में जेहादी हिंसा को लेकर ज्ञापन सौंपा ….
बंगलादेशी घुसपैठिये व रोहिंगिया अवैध शरणार्थियों की सक्रियता खतरनाक....
जबलपुर / पश्चिम बंगाल में चुनाव उपरांत जेहादी हिंसा पर त्वरित कार्यवाही हेतु जिले के प्रबुद्ध नागरिक एवं विभिन्न समाज के प्रमुखों द्वारा राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें वहां की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए भारत की अखण्डता एवं संप्रभुता को खतरे में डालने वाले इस घटनाक्रम पर स्वतः संज्ञान में लेने हेतु कहा गया,एवं निवेदन किया गया कि आप पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को अपने संवैधानिक अधिकारों के तहत निर्देशित करें कि राज्य सरकार को पीड़ित लोगों की भावनाओं से अवगत करावें , राज्यपाल महोदय भी अपने संवैधानिक अधिकार का उपयोग कर प्रदेश सरकार को निर्देशित करें कि वह दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करें । प्रभावित लोगों को शीघ्र न्याय दिलवाने के कार्य के साथ उचित मुआवजे की भी व्यवस्था करें साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इस हेतु शीघ्र कठोर कदम उठायें , हिंसा की सभी घटनाओं की केन्द्रीय एजेंसी अथवा न्यायिक जांच हो ।बंगाल की इन घटनाओं में हुई हिंसा के पीछे केवल राजनीतिक पक्ष विपक्ष ही कारण नही है ,हिंसक भीड़ द्वारा लगाये गए सांप्रदायिक नारों से इसकी प्रकृति स्पस्ट हो जाती है जनसँख्या असंतुलन और जेहादी मानसिकता के कारण उपजी अलगाववादी मानसिकता व वृहद बांग्लादेश जैसी देश विरोधी सोच इसके मूल में दिखाई देती है ,बंगलादेशी घुसपैठिये व रोहिंगिया अवैध शरणार्थियों की सक्रियता खतरनाक भविष्य की ओर संकेत कर रहे है , दोषियों तथा घटनाओं के पीछे लगी षड्यंत्रकारी शक्तियों , संगठनों तथा व्यक्तियों की पहचान कर उन पर प्रकरण दर्ज किये जायें । हस्ताक्षर करने वाले समाज के प्रबुध्जन समाज की भावना व्यक्त करते है एवं कहा की कोई भी व्यक्ति, सम्प्रदाय या राज्य देश के संविधान से ऊपर नही है , इस ज्ञापन को प्रस्तुत करने सर्वश्री श्री दुर्गाप्रसाद ग्यारसिया जी जिला संघचालक , श्री सुधीर अग्रवाल प्रतिष्ठित व्यवसायी ,श्री अमित जैन प्रतिष्ठित उद्योगपति, श्री अजय बघेल जिला कार्यवाह, डॉ सुमन सरकार बंगाली समाज सेवी,पं प्रभात दुबे ,डॉ निपुन सिलावट ,डॉ धीरेन्द्र त्रिपाठी, आदि की उपस्थिति रही एवं 400 से अधिक समाजसेवी बंधुओं के प्रमुखो ने ज्ञापन में हस्ताक्षर किए।