मध्य प्रदेश- भिंड में ओलावृष्टि की क्षतिपूर्ति राशि वितरण में हुए करोड़ो रुपए का घोटाला हुआ उजागर
योगेश चौधरी भिंड
भिंड के गोहद क्षेत्र में ओलावृष्टि की क्षतिपूर्ति राशि वितरण में हुए करोड़ो रुपए के घोटाले का मामला सामने आया है। राजस्व विभाग के अधिकारियो और कर्मचारियो ने ऐसे किसानों के खाते में कई बार राशि भेजी। जिनके नाम कोई जमीन ही नही। इस मामले में पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह लहार विधायक ने विधानसभा में प्रश्न लगाया तो अफसरों ने बचने के लिए सवा करोड़ की राशि वसूल कर सरकार के खाते में जमा करा दी। अब पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने सीएम शिवराज के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया। जिसमे घोटाले की जाँच जिले के बाहर के अधिकारियों से कराने की मांग की।
दरअसल फरवरी सन 2020 में भिंड जिले की गोहद तहसील की 18 ग्राम पंचायतों में ओलावृष्टि हुई थी। जिसकी क्षतिपूर्ति राशि 19 हजार 457 किसानों के खाते में भेजी गई थी। भेजी गई राशि 25 करोड़ 34 लाख 75 हजार 333 रुपए थी। इस राशि के वितरण में बड़े स्तर पर अनियमितता हुई। ऐसे कई गांव जहाँ ओलावृष्टि ही नही हुई। वहाँ के किसानों के खाते में पैसा भेजकर राशि का बंदरबांट किया गया। इसके अलावा नाबालिग लड़के और निजी कंपनी में कार्यरत लोगो के खाते में पैसा भेजा गया। तीन महीने पहले इस मामले में किसानों और जनप्रतिनिधियों ने शिकायत कलेक्टर एसडीएम और राजस्व विभाग के अधिकारियों से की दो मामले की जांच कर सिर्फ 2 पटवारियों को निलंबित कर दिया गया। जब इस मामले में पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह लहार विधायक ने विधानसभा मैं प्रश्न लगाया। तो सबा करोड़ रुपए की वसूली कर ली गई। वही 75 लाख की राशि सरकार के खाते में जमा करा दी गई। बुधवार को इस मामले में पूर्व मंत्री ने मीडिया से चर्चा के दौरान जिले के राजस्व विभाग के अधिकारियों पर जमकर आरोप लगाया। साथ ही आंदोलन की चेतावनी दी।