जैसे व्यापम में सबूत नहीं मिले वैसे ही नीट में भी लगता नहीं मिलेंगे – सांसद विवेक तंखा
◆ विलोक पाठक
न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन / राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने सरकार एवं प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल उठाए हैं। चाहे वह नीट घोटाला हो या जबलपुर में हो रहे इन्वेस्टर कांक्लेव। विवेक तंखा ने कहा है कि जिस तरह व्यापम घोटाले में कोई सबूत नहीं मिले इस तरह नीट घोटाले में भी सबूत नहीं मिलेंगे। इस तरह तनखा ने नीट घोटाले पर सरकार की मिली भगत के आरोप लगाए हैं।
तनखा का कहना है यदि मिली भगत होती तो सबूत नहीं मिलते और मिली भगत ना हो तो पूरे सबूत मिल जाते हैं। इस सरकार के शासनकाल में व्यापम के बाद नर्सिंग घोटाला,पटवारी घोटाला, और नीट जैसे घोटाले सामने आए हैं। यदि इस सब पर सरकार जनता को जवाब नहीं देगी तो आने वाले समय में जनता सरकार को जवाब देकर बताएगी।
विवेक तंखा ने कहा कि चाहे राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार दोनों जगह यही स्थिति है जब सरकार से किसी भी प्रकार के सवाल किए जाते हैं तो सदन भंग कर दिए जाते हैं। यही कारण है कि 15 16 दिन चलने वाले विधानसभा सत्र को सिर्फ 5 दिनों में ही भंग कर दिया गया। प्रदेश सरकार के जबलपुर में होने वाले इन्वेस्टर कॉन्क्लेव को लेकर विवेक तंखा का कहना है कि इसके पहले भी इंदौर जैसे शहरों में होते रहे हैं एवं जबलपुर में भी इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया जा चुका है। परंतु आज तक एक पैसे का भी इन्वेस्टमेंट बाहर से नहीं आया और ना ही कोई विदेशी कंपनी इन कॉन्क्लेव के बाद इन्वेस्ट करती है। इसके साथ ही कोई भी फैक्ट्री शहर में शुरू नहीं हुई।
विवेक तंखा ने आरोप लगाते हुए कहा की जबलपुर में माइनिंग से लेकर प्रोसेसिंग यूनिट तक भी उनके खास लोगों के नाम पर चल रही हैं। कॉन्क्लेव हमेशा खुली एवं नई सोच के साथ होना चाहिए। यदि यह पार्टी स्तर पर हो रहा है तो वह विफल ही साबित होगा। अमरवाड़ा में हो रहे उपचुनाव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी की छवि अच्छी है इसलिए अमरवाड़ा में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है। हालांकि मोहन सरकार के लिए भी यह सीट प्रतिष्ठा की है क्योंकि प्रदेश में पूरी 29 सीट जीतने पर प्रतिष्ठा की बात आ सकती है।
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