आखिर क्या हुआ था “संभल” में , जहां जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसा के साथ हुआ पथराव..अफसरों की गाड़ियां फूंकी..4 की मौत
◆ VILOK PATHAK (NI)
न्यूज़ 🔍 इन्वेस्टिगेशन
उत्तप्रदेश के संभल जिले की जामा मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने के दावे के बाद रविवार को दोबारा सर्वे के दौरान भारी हंगामा और पथराव हुआ। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर और लाठीचार्ज कर स्थिति को नियंत्रित किया। विवाद ने रविवार को बड़ा रूप ले लिया। मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने का दावा किए जाने के बाद यहां दोबारा सर्वेक्षण के दौरान हंगामा और जमकर पथराव किया गया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया।
◆ हंगामे की वजह….
रविवार सुबह करीब छह बजे संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ एक सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंची। इस दौरान कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में मस्जिद का सर्वे शुरू हुआ। जैसे ही मस्जिद पर सर्वे की जानकारी स्थानीय लोगों को मिली, मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मस्जिद के बाहर जमा हो गए। मुस्लिम समाज के लोगों ने सुबह-सुबह छुट्टी के दिन सर्वे पर आपत्ति जताई। जल्द ही मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और नाराज भीड़ ने पुलिस को रोकने का प्रयास किया। पुलिस के समझाने के बावजूद भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद मौके पर तैनात पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। स्थिति काबू से बाहर होने पर पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पत्थर लगने से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। अधिकारियों ने अदालत की कार्रवाई का हवाला देते हुए सभी से संयम बरतने की अपील की है। इस बवाल में डिप्टी कलेक्टर रमेश बाबू भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कमिश्नर संभल में ही कैंप किए हुए हैं। हिंसा के बाद मुरादाबाद से अतिरिक्त पीएसी को संभल पहुँच गयी थी।
◆ 29 नवंबर को पेश होगी सर्वे की रिपोर्ट
कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। मस्जिद के अंदर सुबह 7:30 बजे से लगभग दो घंटे तक सर्वे चला। सर्वे पूरा होने के बाद टीम वहां से निकल गई। इस मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होनी है, जिसमें सर्वेक्षण की प्रारंभिक रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी। यह विवाद 19 नवंबर को शुरू हुआ था,जब मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया और सर्वे किया गया।
◆ बढ़ाई गई मस्जिद की सुरक्षा
पथराव और हंगामे के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। प्रशासन ने जामा मस्जिद के चारों ओर बैरिकेडिंग कर इलाके को सील कर दिया है। मस्जिद की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
मौके पर डीएम, एसपी और एडीएम समेत जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद पहुंच गए थे। आसपास के थानों से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। मस्जिद के आसपास भारी पुलिस बल तैनात है।
◆ दो महिलाओं सहित कई उपद्रवी पुलिस हिरासत में ..
सर्वे के दौरान हुए बवाल में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने तीन कारों और आठ बाइकों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस पर जमकर पथराव और फायरिंग की गई।
◆ चार की माैत….
हिंसक घटना में अब तक चार युवकों की मौत की खबर है। मृतकों की पहचान नोमान, बिलाल, मो.कैफ और नईम के तौर पर की गई है। इसके अलावा बीस से अधिक पुलिसकर्मी और दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और इलाके में कड़ी निगरानी रखी जा रही है। संभल शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चंदौसी चौराहा, शंकर चौराहा, अस्पताल चौराहा और यशोदा चौराहा समेत सभी प्रमुख चौराहों पर बेरिकेडिंग कर आम लोगों को रोका गया। शहर भर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इस हिंसक घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है।
◆ पुलिस अलर्ट मोड में
मुरादाबाद सहित उत्तरप्रदेश के कई शहरों में पुलिस अलर्ट मोड में है। संभल में ड्रोन कैमरा से निगरानी की जा रही है। सीओ और थानाध्यक्ष अपने क्षेत्र में पैदल मार्च कर रहे हैं। एसएसपी ने सोशल मीडिया विंग को भी सक्रिय कर दिया है। क्षेत्राधिकारीयों ने मुगलपुरा मय पुलिस बल के साथ अपराध नियन्त्रण, कानून एवं शान्ति, सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस फोर्स को ब्रीफ किया है। इसके साथ ही क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया। जिलाधिकारी अनुज सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने भी कई क्षेत्रों में पहुंचकर पैदल मार्च किया।
◆ एसपी संभल ने कहा कि दंगाइयों ने चुन-चुनकर पुलिस की गाड़ियों को फूंका….
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए हिंसक बवाल पर एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दंगाई पूरी प्लानिंग के तहत पुलिस की गाड़ियों को निशाना बना रहे थे। खासतौर पर पुलिस की गाड़ियों को चुन-चुनकर फूंक डाला गया जबकि आम लोगों की गाड़ियां सुरक्षित रहीं। एसपी ने बताया कि दंगाइयों के खिलाफ रासुका (NSA) लगाया जाएगा। उनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने इस हिंसा के लिए अन्य को उकसाया उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी, ताकि वे जिंदगी भर इस अपराध को याद रखें।
◆ हिन्दू पक्ष का दावा….
हिंदू पक्ष का दावा है कि मंदिर पृथ्वीराज चौहान के शासन से पहले बना था, जबकि मस्जिद मुगलकाल में मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मस्जिद टीले पर बनी है। किसी मंदिर को तोड़कर नहीं बनाई गई है। 19 नवंबर को हिंदू पक्ष द्वारा दावा पेश करने के दिन ही न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया था। उसी दिन कोर्ट कमिश्नर ने मस्जिद पहुंचकर सर्वे भी किया था।
◆ शहर की सीमाएं सील लेकिन भीम आर्मी चीफ ने किया घुसने का दावा….
1 दिसंबर तक संभल की सीमाएं बाहरी लोगों के प्रवेश के लिए सील कर दी गईं है। परन्तु भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर ने वहां घुसने का दावा किया है। वहां जाकर घायलों से मुलाकात कर सच्चाई सामने लाने की बात की जा रही है।