स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चरमबद्ध तरीके से स्कूलों को खोलने की अपील की
देश के कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर सुझाव दिया है कि स्कूल और दूसरे शैक्षणिक संस्थानों को चरणबद्ध तरीके से खोल दिया जाय।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की कई संस्थाओं ने ये बयान जारी किया है कि स्कूलों और शैक्षणिक संस्थाओं के बंद होने से पढ़ाई लिखाई का काम ठप पड़ गया है और इससे बच्चों का मानसिक तनाव भी बढ़ गया है।
अब वक्त आ गया है कि हम सामान्य कामकाज की ओर बढें। स्कूलों और शैक्षणिक संस्थाओं को अब धीरे-धीरे खोल देना चाहिए। जिन क्षेत्रों में ज्यादा लोग संक्रमित हैं, वहां थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा।
कोविड-19 टास्क फोर्स के 20 सदस्यों ने कहा कि सुरक्षा उपायों के साथ स्कूल खोले जा सकते हैं।
बता दें कि अनलॉक-4 गाइडलाइन्स के मुताबिक, स्कूल और कॉलेज फिलहाल बंद रहेंगे।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि स्कूल बंद होने से कम आय वाले परिवार के बच्चों पर ज्यादा बुरा असर पड़ा है, क्योंकि इनके पास ऑनलाइन क्लास के लिए स्मार्टफोन और दूसरे उपकरण नहीं हैं।
विशेषज्ञों की राय है कि अब इतना सबूत मिल गया है कि बच्चों पर कोरोना वायरस का इतना असर नहीं होता है जितना पहले सोचा गया था। उन्होंने सरकार से अपील की है कि लॉकडाउन को अब खत्म कर दिया जाय और उसकी जगह थोड़ी बहुत बंदिश उन जगहों पर लगाई जाय जो हॉटस्पॉट हैं।