कोरोना वैक्सीन को लेकर जगी एक और उम्मीद
नई दिल्ली । जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा कि पहले के चरणों में पॉजिटिव रिजल्ट आने के बाद अब कोरोना वैक्सीन के तीसरे और अंतम चरण का परीक्षण शुरू करने जा रहा है। अमेरिकी के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एनआईएच ने कहा कि ट्रायल के लिए अमेरिका सहित दुनिया भर में 200 से अधिक जगहों पर करीब 60,000 लोगों को भर्ती करने की कोशिश की जाएगी। इसके साथ ही जॉनसन एंड जॉनसन कोरोना वायरस के खिलाफ टीके के तीसरे चरण की परीक्षण करने वाला दुनियां का दसवां और अमेरिकी का चौथा निर्माता बन गया है। वैक्सीन विकसित कर रही कंपनी ने कहा कि यह अनुमान है कि दवा प्रभावी साबित होने पर 2021 तक आपातकालीन स्वीकृति के लिए तैयार हो जाएगी। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शस डिसीज के निदेशक एंथनी फौसी ने कहा कोरोना वायरस के सामने आने के आठ महीने बाद अमेरिका की चार कंपनी वैक्सीन बानाने की दिशा में तीसरे चरण के परीक्षण में पहुंच चुकी है। यह वैक्सीन प्रौद्योगिकी के वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।कोविड-19 के बढ़ रहे मामलों के बीच दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। इस बीच अब अमेरिका के अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सीडीसी के डायरेक्टर रॉबर्ट रेडफील्ड ने कहा है कि अगले साल अप्रैल 2021 तक कोरोना वायरस की वैक्सीन सभी अमेरिकियों के लिए उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह उनके बयान को गलत तरह से लिया गया। अमेरिकी सीनेटर्स के समक्ष रॉबर्ट रेडफील्ड ने स्पष्ट किया कि पिछले सप्ताह उनके कहने का आशय यह था कि कोरोना वैक्सीन अप्रैल 2021 तक आ जाएगी। इसका मतलब कि अगले साल के आखिर के छह महीनों में नहीं, बल्कि शुरुआती छह महीनों में ही कोविड-19 वैक्सीन बड़े स्तर पर अमेरिका में उपलब्ध होगी। बता दें कि बीते सप्ताह संसदीय कमेटी के सामने उनके बयान पर काफी विवाद हुआ था।