जंगल राज की खुली कलई …भगवान भरोसे लोगों की जान , बिना रजिस्ट्रेशन चल रहा था अस्पताल ..
आखिर किस की शह पर खुला ....कौन है संरक्षक

न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन
♦ विलोक पाठक
The NI / जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर चल रहे जाँच अभियान के चलते व्यावसायिक इकाईयों, प्रतिष्ठानों, होटल, रेस्टारेंट, निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम, मेडिकल स्टोर्स एवं शैक्षणिक संस्थानों में नियमों का पालन कराने जिला प्रशासन द्वारा गठित किये गये जांच दलों में से कुंडम एसडीएम मोनिका बाघमारे के नेतृत्व में गठित दल ने बेदी नगर गढ़ा स्थित निजी अस्पताल एप्पल हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। जांच दल ने बिना रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस के चल रहे इस हास्पिटल में नये मरीजों को भर्ती करने पर रोक लगा दी है। निरीक्षण के दौरान इस अस्पताल में कोई चिकित्सक भी मौजूद नहीं था । जाँच दल में सीएसपी गढ़ा देवेंद्र प्रताप सिंह, स्वास्थ्य विभाग से डॉ नवीन कोठारी एवं अन्य विभागों के अधिकारी भी शामिल थे। एसडीएम कुंडम मोनिका बाघमारे के मुताबिक निरुक्षण के दौरान एप्पल हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा जांच दल के समक्ष स्वास्थ्य विभाग द्वारा रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस प्रस्तुत नहीं किया जा सका । रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस नहीं होने के बावजूद यहाँ मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के समय हॉस्पिटल में कोई चिकित्सक भी मौजूद नहीं था । नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारी ही भर्ती मरीजों का उपचार करते पाये गये । मापदंडों के विपरीत अस्पताल के आईसीयू में भी बिस्तर पास-पास लगे थे । अस्पताल का ट्रांसफॉर्मर भी बंद पाया गया और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी सर्टिफिकेट भी नहीं था । अस्पताल के अंदर विद्युत वायरिंग भी प्रॉपर गेज की नहीं पाई गई। इमरजेंसी एग्जिट की व्यवस्था भी इस हॉस्पिटल में नहीं है। एसडीएम कुंडम के अनुसार रजिस्ट्रेशन नहीं होने तथा अन्य कमियों को देखते हुये हॉस्पिटल प्रबंधन को यहाँ भर्ती मरीजों को स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से अन्य अस्पतालों में शिफ्ट करने के निर्देश दिये गये। साथ ही लायसेंस प्राप्त होने तक नये मरीजों को भर्ती नहीं करने की हिदायत भी अस्पताल प्रबंधन को दी गई है। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान ही हॉस्पिटल से संलग्न मेडिकल स्टोर की भी जाँच की गई । जाँच में दस्तावेज न पाये जाने पर औषधि विभाग द्वारा इसे सील कर दिया गया।
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