भारतीय सेना के लिए समर्पण की अनूठी पहल.. भारत- पाक तनाव के चलते आर्मी वालों के परिवार की निःशुल्क चिकित्सा,

न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन
जबलपुर/ यहां एक जिले के प्रसिद्ध मनोचिकित्सक ने भारत के प्रति देश सेवा की अनूठी मिसाल पेश करते हुए। बार्डर में तैनात बीएसएफ के जवान के फोन पर अनुरोध करने पर उनके पिता का काउंसिलिंग और ईलाज करते हुए। आर्मी वालों के परिजनों को निःशुल्क इलाज देने कहा। जिसमे चिकित्सक सारंग पण्डित का कहना है कि यदि वो देश की सीमा पर रक्षा करने खड़े हैं तो हम सभी का फर्ज है उनके परिवारों की मदद करने का और जब तक भारत पाक की बीच इसी तरह की तनापूर्ण स्थिति बनी रहेगी तब सभी आर्मी वालों के परिजनों की निशुल्क काउंसिलिंग करके उन्हें उपचार दिया जाएगा जिसकी कोई फीस उनके परिजनों से नही ली जाएगी।
जबलपुर के प्रसिद्ध नशामुक्ति और मनोचिकित्सक डॉ. सारंग पण्डित के पास बीएसएफ के जवान अमरदीप मिश्रा 82 बीएन सांबा फ्रंटियर बटालियन जम्मू में पदस्थ जवान ने फोन पर अपने पिता कृष्ण कुमार मिश्रा निवासी ग्राम बरगी सिहोरा निवासी की स्वास्थ्य संबन्धी समस्या बताई । जिसपर डॉ पण्डित ने आर्मी जवान के पिता जी की काउंसलिंग करके उन्हें इलाज दिया जिसकी कोई फीस भी नही ली गई। जबकि फीस रिसेप्सन में जमा करने के बाद जब डॉ को मरीज के बेटे का बीएसएफ में होने की जानकारी लगी तो उन्होंने फीस वापस कराई। जो हर एक चिकिस्तक एवं सभी विभागों सहित देश के हर नागरिक को सहयोग करने की जरूरत है।
हर नागरिक की जिम्मेदारी- डॉ पण्डित
डॉ सारंग पण्डित नागपुर के लता मंगेशकर हॉस्पिटल में स्वास्थ्य सेवाएं दे चुके हैं और वर्तमान में जबलपुर के प्रसिद्ध मनोचिकित्सकों में इनका नाम सुमार है। जिसपर डॉ पण्डित का कहना है कि हर भारतीय नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि इस तनावपूर्ण हालात में आर्मी और देश की सेवा करनी चाहिए, इसी पहले को आगे बढाने के उद्देश से ही जब तक भारत पाक के बीच तनावपूर्ण स्थिति रहने तक और आर्मी शस्त्रबलों की छुट्टी रद्द रहने तक उनके परिजनों को हरसंभव मेरे द्वारा मदद कर उपचार दिया जाएगा जिसकी कोई कोई फीस नही ली जाएगी।